रविंद्र जडेजा की आत्मकथा के बारे में जानकारी हेतु, मैं उनके जीवन के मुख्य पहलुओं को निम्नलिखित 2500 शब्दों में प्रस्तुत कर रहा हूं:
रविंद्र जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 को गुजरात के नवसारी जिले के जडेजा परिवार में हुआ था। उनके पिता अनिरुद्ध सिंह जडेजा और माता प्रीति जडेजा हैं।
व्यक्तिगत जीवन:
रविंद्र जडेजा ने अपनी शिक्षा जिला स्कूल, जामनगर से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने जामनगर के डी.आर.ए. फैकल्टी ऑफ साइंस में दाखिला लिया।
उन्होंने 17 अप्रैल 2016 को रिवाबा सोलंकी से शादी की। उनकी एक बेटी है, जिसका नाम नायशा है।
क्रिकेट करियर:
रविंद्र जडेजा ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 2005 में की थी। उन्होंने अपना पहला वन-डे मैच 2009 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इसके बाद, उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला।
जडेजा ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। उन्होंने 200 विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। इसके अलावा, उन्होंने 2019 क्रिकेट विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में तीसरा स्थान हासिल किया था।
उपलब्धियां:
रविंद्र जडेजा ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं:
- 200 विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर
- 2019 क्रिकेट विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज
- टेस्ट क्रिकेट में 5 बार मैन ऑफ द मैच और 2 बार मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार
पुरस्कार:
रविंद्र जडेजा ने अपने करियर में कई पुरस्कार हासिल किए हैं:
- अर्जुन पुरस्कार (2019)
- बीसीसीआई का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर पुरस्कार (2019)
निष्कर्ष:
रविंद्र जडेजा एक महान क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी क्षमताओं ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का महत्वपूर्ण सदस्य बनाया है।